Saturday, May 23, 2015

‘आंबेडकर’ की रिंगटोन सुनने पर ऊंची ज़ात के गुंडों ने की दलित छात्र को बाइक से कुचल कर हत्या

'आंबेडकर' की रिंगटोन सुनने पर ऊंची ज़ात के गुंडों ने की दलित छात्र को बाइक से कुचल कर हत्या

IN देश / ON MAY 22, 2015 AT 11:41 PM /

शिरडी।मंदिरों के शहर शिरडी में एक दलित युवक पर बेरहमी से हमला कर उसकी हत्या कर दी गई।कहा जा रहा है कि इस युवक की हत्या उसके मोबाइल के रिंगटोन की वजह से की गई।उसका रिंगटोन डॉ. भीमराम आंबेडकर पर एक गाना था।चार हमलावरों को अरेस्ट कर लिया गया है और बाकी चार फरार हो गए हैं।नर्सिंग स्टूडेंट सागर शेजवाल विवाह समारोह में शामिल होने शिरडी आया था। 16 मई को दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे वह लोकल बियर शॉप पर अपने दो चचेरे भाइयों के साथ गया था।डेप्युटी सूपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस विवेक पाटील ने कहा कि सागर पर उसके रिंगटोन को लेकर 8 युवकों ने हमला बोला था। पाटील ने कहा, 'आठ युवक बियर शॉप के पास एक टेबल पर बैठे थे।जब सागर का मोबाइल बजा तो रिंगटोन आंबेडकर पर सॉन्ग था।वहां बैठे युवकों ने सागर से कहा कि वह मोबाइल का स्विच ऑफ कर ले।पुलिस को दिए बयान में सागर के चचेरे भाई ने बताया कि उसका रिंग टोन में यह गाना था-तुम चाहे करो जितना हल्ला, मजबूत होगा भीम का किला।इसी रिंगटोन के बाद वहां बैठे युवकों ने सागर पर बियर की बोतल से हमला बोला।इसके साथ ही उन्होंने मुक्के भी खूब मारे। सागर को फिर इन्होंने मोटर साइकल पर खींच जंगल के करीब लाया और बाइक से कुचल दिया।सागर का नंगा शव करीब साढ़े छह बजे शाम में रुई गांव के पास बरामद किया गया। कई जगह की हड्डियां टूटने से सागर की मौत हुई है।पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक सागर के शरीर में करीब 25 जख्म थे।सभी हमलावर स्थानीय प्रभुत्वशाली मराठा और ओबीसी समुदाय से हैं।इन्होंने सागर के शरीर पर लगातार बाइक चढ़ाई।सागर के पिता सुभाष शेजवाल ने कहा, 'मैं समझ सकता हूं कि वे कितनी क्रूरता से हमले किए होंगे।लड़ाई किसी वक्त हो सकती है लेकिन ऐसी क्रूरता देखने लायक है।वे छोटी सी बात पर इस हद तक क्यों गए?
सीसीटीवी फुटेज 
बियर शॉप पर शुरुआती हमले सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं।21 मिनट के फुटेज में हमलावरों की क्रूरता साफ दिख रही है।इस मामले में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से अहम सबूत मिल गए हैं।इस मामले में पुलिस पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। बियर शॉप के पास में ही शिरडी पुलिस स्टेशन है। बियर शॉप के मैनेजर संदीप ने कहा कि मैंने 1.45 p.m पर पुलिस को कॉल किया था लेकिन इन्होंने आने में लंबा वक्त लिया।सागर के चचेरे भाई वहां से किसी तरह जान बचाकर भागे।


No comments:

Post a Comment