tag:blogger.com,1999:blog-8253306720274274226.post8443120531183956260..comments2024-03-25T13:03:35.095-07:00Comments on अंतःस्थल - कविताभूमि: अर्थसंकट का भूत हमीं के कंधे वेताल कर्ज खाये कंपनियां ब्याज चुकाये हम कालाधन उनका फिर फिर शामिल अर्थ दुश्चक्र में उन्हीं के हवामहल में कैद हमारे ख्वाब तमामUnknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8253306720274274226.post-58802987838223290532013-08-25T07:17:29.060-07:002013-08-25T07:17:29.060-07:00हम तो चाहते ही हैं कि अर्थव्यवस्था के इस तिलिस्म क...हम तो चाहते ही हैं कि अर्थव्यवस्था के इस तिलिस्म का कारोबार तोड़े।इसीलिए आम जनता तक इस बहस कोले जाने के लिए लगातार अभिजनों की विधाओं को तोड़कर भारत कीनिनानब्वे फीसद जनता को संबोधित कर रहा हूं सीधे। न कोई संपादक,न आलोचरक और न मीडिया की परवाह है। सीधे जनता की दरबार में अपनी और उन्हीं की बात रखनी है।यह अंतःस्थल की आवाज कही ापको स्पर्श करती है,तो हमारी पुकार का मायने है।आप सभी लोग गूंज दरगूज इस आवाज को बुलंद करे तभी न यह जनविरोधी तिलिस्म टूटेगा। हम कोई व्यवसायिक या क्लासिक रचनाकार न थे और न हैं। हम तो आम जनता में शामिल कबंधों में से कोई हैं।जिसका कोई चेहरा ही नहीं है।फिरभी आवाज निकल ही जाती है।इस आवाज की जो भी संगत करें,उनका आभार।आप बिना इजाजत भी हमारे सुर में सुर मिला सकते हैं। यह निवेदन सबसे हैं।आबाल वृद्ध वनिता से।<br /><br />आप ही में सो कोई<br />पलाशAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8253306720274274226.post-8235973007635255992013-08-25T04:42:48.868-07:002013-08-25T04:42:48.868-07:00ati sundar !! aap izaazat deven to apne pathkon sa...ati sundar !! aap izaazat deven to apne pathkon sang bhi ise share kar doon !!~ soochit awshya karen !!5th pillar corruption killerhttps://www.blogger.com/profile/02962517565182930924noreply@blogger.com